Scorching Heat Wave : हमारे देश के ज्यादातर इलाकों में गर्मी की शुरुआत हो चुकी है. कई शहर तो ऐसे भी हैं जहां गर्मी इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि वहां का तापमान 35 से 37 डिग्री तक दर्ज किया जा रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक फरवरी के महीने में भारत का औसत अधिकतम मासिक तापमान बढ़कर 29.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
अगले महीने से तापमान के तेजी से बढ़ने का अनुमान जाहिर किया जा चुका है लेकिन इस भीषण गर्मी(Heat Wave) से निपटने में भारत की व्यवस्था तैयार नहीं है। गर्मी से निपटने के लिए और ज्यादा संसाधनों व बेहतर तैयारी की जरूरत होगी। जलवायु परिवर्तन के कारण हाल के सालों में हीट वेव और बहुत ज्यादा तापमान लगातार आम होते जा रहे हैं.
गर्मी को लेकर भारत का प्लान(India’s plan for heat wave)
पिछले साल यानी 2022 के दिसंबर महीने में इस भीषण गर्मी से निपटने की तैयारियों को लेकर राज्यसभा में एक लिखित जवाब में केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा था, ‘सरकार साल 2023 की गर्मी से निपटने के लिए तैयार है. 2023 तक हर राज्य और जिले में हीट एक्शन प्लान लागू कर दिया जाएगा. ‘
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हालांकि हाल ही में आई सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च की रिपोर्ट “हाउ इज इंडिया एडाप्टिंग टू हीट वेव्स?” में बताया गया है कि भारत आने वाले समय में बढ़ रहे तापमान का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं है.
भारत गर्मी की लहरों को कैसे अपना रहा है(How is India adapting to the heat waves?)
रिपोर्ट में 18 राज्यों के 37 हीट एक्शन प्लान का विस्तार से समीक्षा किया गया है. इस रिसर्च में पाया गया कि देश असामान्य गर्मी (हीटवेव) से निपटने के लिए भारत के कई राज्य फिलहाल तैयार नहीं है.
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1. रिपोर्ट के अनुसार ज्यादातर हीट एक्शन प्लान स्थानीय परिस्थितियों के हिसाब से नहीं बनाए गए हैं. रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि लगभग सभी हीट एक्शन प्लान (एचएपी) सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले लोगों की पहचान करने में विफल रहे हैं.
2. भारत ने पिछले 10 सालों में कई दर्जन हीट एक्शन प्लान बनाकर काफी प्रगति की है. लेकिन हमारी समीक्षा ने इन प्लान में कई कमियों का पता लगाया है जिन्हें भविष्य की योजनाओं में पूरा करना होगा.
3. रिपोर्ट के अनुसार भारत में कितने एक्शन प्लान तैयार किए गए हैं इसकी सटीक संख्या की कोई जानकारी नहीं है. ऐसा दावा किया गया है कि देश भर में 100 से ज्यादा हीट एक्शन प्लान (एचएपी) मौजूद हैं.
4. इसी रिपोर्ट में कहा गया कि आने वाले 7-8 सालों यानी 2030 तक गर्मी इतनी बढ़ जाएगी कि इसका असर काम करने वाले लोगों के वर्किंग आवर पर पड़ने लगेगा.
5. रिपोर्ट के अनुसार देश में हीट एक्शन के लिए कोई राष्ट्रीय कोष नहीं है और बहुत कम हीट एक्शन को ऑनलाइन सूचीबद्ध किए गया है. यह भी स्पष्ट नहीं है कि इन एचएपी को समय-समय पर अपडेट किया जा रहा है या नहीं.
अहमदाबाद में गर्मी से गयी थी जान(Died due to heat in Ahmedabad)
2010 में जब अहमदाबाद में तापमान 48 डिग्री पहुंच गया था और गर्मी के कारण 800 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी, तब कई राज्यों ने ऐसी योजनाएं बनानी शुरू की थीं. शहर के अधिकारियों और अन्य संगठनों तेजी से कार्रवाई करते हुए एक ‘हीट प्लान’ तैयार किया था जिसके तहत लोगों को गर्मी से बचाने के लिए कई तरह के उपाय सोचे गए थे. दक्षिण एशिया में यह अपनी तरह की पहली कोशिश थी, जिसमें लोगों को जागरूक करने से लेकर स्वास्थ्यकर्मियों को ऐसी स्थिति के लिए विशेष प्रशिक्षण देने जैसे उपाय शामिल थे. साथ ही, घरों को ठंडा रखने वाली छत बनाने के लिए नारियल की छाल और कागज की लुग्दी जैसी चीजों को इस्तेमाल किया जाना भी जरूरी माना गया.
गर्मी की समस्या का समाधान किया जाना चाहिए(Solution to heat problem)
गर्मी के कारण जा चुकी है जान(deaths due to heat waves)
गर्मी से निपटने की लिए बदलाव की जरुरत(Changes needed to deal with the heat)
पिल्लै कहते हैं कि गर्मी(Heat Wave) से निपटने के तरीकों में बदलाव की सख्त जरूरत है. उदाहरण के लिए हीट वेव को आपदा घोषित किया जाना चाहिए. योजनाओं की नियमित समीक्षा होनी चाहिए. ऐसे कानून बनाए जाने चाहिए जो इन योजनाओं के अमलीकरण और उसके लिए धन को सुनिश्चित करें. वे कहते हैं कि एक मजबूत आधार तैयार हो चुका है लेकिन ये बदलाव फौरन करने होंगे ताकि और जानों को नुकसान न हो.
क्या होता है हीट एक्शन प्लान (What is heat action plan)
- भारत को पिछले साल यानी 2022 में झुलसाने वाली गर्मी से जूझना पड़ा था. मौसम विभाग की मानें तो इस साल की गर्मी पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ सकती है. ऐसी ही स्थिति से निपटने के लिए केंद्र सरकार हीट एक्शन प्लान लागू करने की तैयारी कर रही है.
- यह प्लान आम तौर पर आर्थिक रूप से हानिकारक और जीवन के लिए खतरनाक गर्म हवाएं या लू के प्रभाव को कम करने के लिए क्या क्या करना चाहिए इसका खाका होता है.
- हीट एक्शन प्लान के तहत हर उस समस्या का समाधान ढूंढने की कोशिश की जाती है, जिससे बढ़ते तापमान के कारण लोगों को ज्यादा परेशानी न उठाना पड़े. अहमदाबाद साल 2013 में, हीट एक्शन प्लान बनाने वाला भारत और दक्षिण एशिया का पहला शहर बना था.
हीट(Heat Wave) अलर्ट जारी करने के लिए कलर कोड सिग्नल विकसित किए गए हैं. उसी अनुरूप कार्रवाई की जाती है.
- ग्रीन अलर्टः कोई कार्रवाई नहीं. यानी तापमान सामान्य है.
- येलो अलर्टः अपडेटेड जानकारी प्रदान करना.
- ऑरेंज अलर्टः कार्रवाई के लिए तैयार रहना.
- रेड अलर्टः कार्रवाई करना.
बढ़ती गर्मी से चिंतित प्रधानमंत्री मोदी ने की थी बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 मार्च को आने वाले महीनों में होने वाली गर्मी की संभावना को देखते हुए बैठक की थी. इस बैठक में केंद्रीय गृह सचिव और कैबिनेट सचिव के अलावा कई आला अधिकारी शामिल हुए थे. यहां पीएम मानसून, गेहूं और अन्य रबी फसलों पर मौसम के प्रभाव और अन्य विषयों के बारे में जानकारी दी गई.
बैठक में पीएम ने क्या कहा, 3 प्वाइंट
- प्रधानमंत्री ने बैठक में मौजूद सभी आला अधिकारियों को निर्देश दिया कि आने वाले महीने में बढ़ने वाली गर्मी में को देखते हुए सभी अस्पतालों में गर्मी के कारण लगने वाली आग का ऑडिट किया जाए.
- पीएम नरेंद्र मोदी ने आईएमडी से हर रोज दिए मौसम के बारे में दी जाने वाली जानकारी को इतने आसान तरीके से जारी करने को कहा है इसे समझने में किसी को कई दिक्कत न हो. बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि टीवी न्यूज चैनल और एफएम रेडियो दैनिक मौसम पूर्वानुमान को समझाने के लिए रोजाना कुछ मिनट खर्च कर सकते हैं.
- बैठक में सिंचाई के लिए पानी की सप्लाई, चारा और पेयजल की निगरानी के लिए चल रहे प्रयासों की भी समीक्षा की गई.
गर्मी से बचने के उपाय(ways to avoid heat)
गर्मी(Heat Wave) से बचने के लिए 8 पॉइंट दिए गए है
1. ठंडा पानी पिएं(drink cold water)
रोजाना पर्याप्त मात्रा में ठंडा पानी पिएं. पानी शरीर को ठंडा रखने का नैचुरल तरीका है. कम से कम पांच लीटर पानी का सेवन करें.
2. ज्यादा तेल मसाला खाने से बचें(Avoid eating oily spices)
सबसे पहले गर्मियों में शरीर को ठंडा रखना जरूरी है. खासकर पेट को ठंडा रखना. इसलिए ज्यादा तेल व मसालेदार खाने से बचना चाहिए. इससे आपका पेट और शरीर गर्म हो जाता है.
3. मूली का सेवन करें(eat radish)
मूली फाइबर में भरपूर है. इसका सलाद खाएं. कब्ज की समस्या दूर होती है. मूली में मौजूद पानी बॉडी हीट से राहत दिलाने में मददगार है.
4. दही(Curd)
प्रोबायोटिक से भरपूर दही न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि शरीर को ठंडक भी प्रदान करता है.
5. विटामिन सी(vitamin C)
विटामिन सी देने वाले आहार खाएं. नींबू, संतरे जैसे फलों में विटामिन सी पाया जाता है. विटामिन सी शरीर का तापमान कम करता है.
6. तिल का सेवन(consumption of sesame seeds)
इसकी तासीर भी ठंडी होती है. बीजों को पानी में भिगो लें और फिर इस पानी को छान कर पी लें.
7. पुदीना(Peppermint)
यह हमें लू से बचाता है और शरीर को भी ठंडा रखता है.
8. प्याज(Onion)
इसे नींबू और नमक के साथ मिलाकर इसका सलाद तैयार करें. या इसे अपनी सब्जियों, करी और रायते में भी शामिल कर सकते हैं.
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