दुनिया मे एक ऐसा समुन्द्र है जहा कोई चाहकर भी नहीं डूब सकता जिसका नाम है Dead Sea. यह समुद्र जॉर्डन और इजरायल के बीच में है. इस समुद्र की खासयित ये है कि इसमें कोई भी व्यक्ति चाहकर भी डूब नहीं सकता. इस समुद्र को ‘सॉल्ट सी’ भी कहा जाता है. समुद्र के पानी में नमक की मात्रा इतनी ज्यादा है कि इसमें कोई व्यक्ति डूबता नहीं है. इसका पानी बाकी समुद्रों के मुताबिक काफी खारा है.
ये खनिज पदार्थ वातावरण के साथ मिल कर स्वास्थ्य के लिए लाभदायक वातावरण बनाते हैं. मृत सागर अपनी विलक्षणताओं के लिए कम से कम चौथी सदी से जाना जाता रहा है, जब विशेष नावों द्वारा इसकी सतह से शिलाजीत निकालकर मिस्रवासियों को बेचा जाता था. यह चीजों को सड़ने से बचाने, सुगंधित करने के अलावा अन्य दूसरे कार्यों के उपयोग में आता था।
यहाँ डूबना नामुमकिन-
मृत सागर(dead sea) समुद्र तल से 440 मीटर नीचे, दुनिया का सबसे निचला बिंदु कहा जाने वाला सागर है. इसे खारे पानी की सबसे निचली झील भी कहा जाता है. 65 किलोमीटर लंबा और 18 किलोमीटर चौड़ा यह सागर अपने उच्च घनत्व के लिए जाना जाता है, जिससे तैराकों का डूबना असंभव होता है।
बीमारियो के इलाज-
आम पानी की तुलना में मृत सागर के पानी में 20 गुना ज्यादा ब्रोमीन, 50 गुना ज्यादा मैग्नीशियम और 10 गुना ज्यादा आयोडीन होता है. ब्रोमीन धमनियों को शांत करता है, मैगनीशियम त्वचा की एलर्जी से लड़ता है और श्वासनली को साफ करता है, जबकि आयोडीन कई ग्रंथियों की क्रियाशीलता को बढ़ाता है.
वैज्ञानिकों के अनुसार इस सागर में मिलने वाला नमक और खनिज लवण हमारे लिए बहुत कीमती और उपयोगी साबित हो सकते हैं. इसमें मौजूद औषधीय गुणों के चलते कई लाइलाज रोगों के इलाज के लिए मृत सागर(dead sea) के पानी का इस्तेमाल किया जाता है जिनमें सोराइसिस, गठिया, एग्जिमा, चकत्ते पड़ने जैसे त्वचा रोग और पुराने घावों के उपचार शामिल हैं. इसके पानी में मौजूद नमक और खनिज मिलकर ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करके तनी हुयी नसों को राहत पहुंचाते हैं.
सौंदर्य सामग्री के लिए उपयोग-
सौंदर्य और स्वास्थ्य के लिए मृत सागर के गुणों की सिद्धि की वजह से ही कई कंपनियां मृत सागर से ली गईं चीजों पर आधारित सौंदर्य प्रसाधन बनाती हैं।
इसके अतिरिक्त मृत सागर के अंदर की गीली मिट्टी को क्लेयोपेट्रा की खूबसूरती के राज से भी जोड़ा जाता है. यहाँ तक कि अरस्तू ने भी इस सागर के भौतिक गुणों का जिक्र किया है. हाल के समय में इस जगह को हेल्थ रिज़ॉर्ट के तौर पर विकसित किया गया है.
समुद्र के पानी में नहीं है कोई जिंदगी-
‘डेड सी’ के नाम से फेमस इस समुद्र का पानी काफी खारा है. जिसके कारण इसके आस-पास कोई भी पौधा या जीव नहीं है. इस समुन्द्र में आपको कोई मछली या जीव जंतु नहीं देखने को मिलेगे. यह पानी इतना खारा है की कोई इसमे जीवित ही नहीं रह सकता.
सबसे गहरी खारे पानी की झील-
यह समुद्र दुनिया की सबसे गहरी खारे पानी की झील के रूप में प्रसिद्ध है. ऐसा कहा जाता है कि इस समुद्र के पानी में उछाल तो आता है, लेकिन नमक के दवाब के कारण कोई इसमें डूबता ही नहीं है. इस वजह से यहां हमेशा पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है.
यह सागर जल्द ही सुख जायेगा –
पिछले कुछ सालों से मृत सागर तेज़ गति से सिमट रहा है। पिछले ४० सालों में इसके पानी का तल 25 मीटर कम हो गया है। ऐसा अनुमान लगाया जाता है कि 2050 तक शायद यह पूरी तरह गायब हो जाएगा.
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