आज इंसान(Human) जानते हैं कि आना वाला टाइम रोबोट्स (Robot) का है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) अपने पैर पसार लेगी. एक इंसान कई-कई मशीनों को महज एक बटन से चला लिया करेगा. कई इंसानों का काम खत्म हो जाएगा और रोबोट्स ही ये काम कर दिया करेंगे. ये कोई मजाक नहीं है. बल्कि ये हो रहा है, आज रोबोट दौड़ भी लेता है, चल भी लेता है, बाकी के कई काम भी कर लेता है. इंसान ने अपने काम को आसान करने के लिए रोबोट्स बना दिया है. लेकिन अब तो ऐसा रोबोट आ गया जो इंसानों जैसे एक्सप्रेशन भी दे रहा है।
रोबोट और इन्सान में अंतर :
मानव और रोबोट(Human and Robot) में कई तरह के अंतर होते हैं, मानवों का शरीर जहां मांस व अस्थियों का बना होता है, वहीं रोबोट का निर्माण लोहा, प्लास्टिक व स्टील जैसी धातुओं से होता है, मानव की रगों में रक्त प्रवाहित होता रहता है, जबकि रोबोट का शरीर विद्युत(Electric) द्वारा संचालित होता है. मानव में गंध को सूंघने और स्पर्श करने की क्षमता होती है, वहीं रोबोट ये सभी काम नहीं कर सकता. इसके अलावा इंसानों में सोचने-समझने की तार्किक शक्ति होती है, जबकि रोबोट मेमोरी(Memory) में फीड डाटा के आधार पर काम करता है.
मानव एक जैविक प्राणी है, जो जीवित और मृत्यु की साइकिल के अनुसार चलता है जबकि रोबोट एक मशीन है जो प्रोग्राम के अनुसार चलता है और इसमें भी अन्य इलेक्ट्रॉनिक मशीन की तरह खराबी होने पर ये बंद हो सकता है
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Difference between Human and Robot:
Human अर्थात मानव या मनुष्य एक जैविक प्राणी है, जो साँस लेता है, खाता है, पीता है, प्रजनन करने में सक्षम होता है. मानव के अंदर भावनाएं होती हैं. उनके अंदर चीजों को जानने की इक्षा होती है. इन्हे वायु, पानी, भोजन, कपड़े, शुद्ध वातावरण, आदि की आवश्यकता होती हैं. इन्हे ठंडी में ठंड और गर्मी में का एहसास होता है.
ये दूसरों की भावनाओं को समझते हैं और ये सामाजिक होते हैं. ये किसी भी प्रकार की मशीन, घर, बंगला, ऑफिस, यातायात साधन, आदि का निर्माण करते हैं. यहां तक एक रोबोट को भी मनुष्य द्वारा ही बनाया जाता है.
रोबोट के बारे में | What is Robot :
रोबोट भी अन्य इलेक्ट्रॉनिक मशीन की तरह होता है, ये सदैव स्वचालित होता है, इसके द्वारा की जाने वाली गतिविधियां इसे बनाते समय इसमें डाले गए मूल प्रोग्राम के अनुसार होती हैं. इन्हे भोजन, साँस, पानी, वायु, शुद्ध वातावरण, आदि की कोई आवश्यकता नहीं होती हैं. ये बाहरी व्यक्ति की भावनाओं को नहीं समझ पाते हैं और न इनमे खुद कोई भावनाएं होती हैं. इन्हे किसी भी मौसम का कोई एहसास नहीं होता है.
इनसे कार्य मनुष्य द्वारा कराये जाते हैं अर्थात एक मनुष्य ही है, जो रोबोट को बनाता है, और वो अपने अनुसार इसमें इंस्ट्रक्शन देता है जिसका मतलब है कि ये मनुष्य के अनुसार ही कार्य करता है. रोबोट सामाजिक नहीं होते हैं क्यूंकि इनमे भावनाओ को समझने की क्षमता नहीं होती है.
कुछ रोबोट को बिलकुल मानव जैसा बनाया गया है, लेकिन इस बात पर अभी भी लोगों के बीच बहस है कि यदि मानव जैसा रोबोट बनाना है, तो उसके अंदर भावनाये, वातावरण को समझने की शक्ति, आदि भी होना आवश्यक है और विज्ञान इस पर कार्य भी कर रही है.
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